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BEDTIME STORIES FOR TODDLERS IN HINDI :: TAILOR'S FORTUNE

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✀ दर्जी की तकदीर (Tailor's fortune) ✀ bedtime stories for toddlers in hindi एक बार किसी देश का राजा अपनी प्रजा का हाल-चाल पूछने के लिए गाँवों में घूम रहा था। घूमते-घूमते उसके कुर्ते का बटन टूट गया, उसने अपने मंत्री को कहा कि इस गांव में कौन सा दर्जी है, जो मेरे बटन को सिल सके।  उस गांव में सिर्फ एक ही दर्जी था, जो कपडे सिलने का काम करता था। उसको राजा के  सामने ले जाया गया । राजा ने कहा कि तुम मेरे कुर्ते का बटन सी सकते हो ? मंत्री को कहा कि  इस दर्जी को दो गांव दे दो, यह हमारा हुक्म है। दर्जी ने कहा यह कोई मुश्किल काम थोड़े ही है ! उसने मन्त्री से बटन ले लिया, धागे से उसने राजा के कुर्ते का बटन फौरन टांक दिया। क्योंकि बटन भी राजा का था, सिर्फ उसने अपना धागा प्रयोग किया था, राजा ने दर्जी से पूछा कि कितने पैसे दूं? उसने कहा :- "महाराज रहने दो, छोटा सा काम था।" उसने मन में सोचा कि  बटन राजा के पास था, उसने तो सिर्फ धागा ही लगाया है। राजा ने फिर से दर्जी को कहा:- नहीं-नहीं, बोलो कितने दूं ? दर्जी ने सोचा की दो रूपये मांग लेता हूँ। फिर मन में यही सोच आ गयी कि कहीं राजा य...

MORAL STORIES FOR CHILDREN IN HINDI WRITTEN :: TRUE LOVE IS TRUE DEVOTION

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✌ निष्काम प्रेम ही सच्ची भक्ति है (True love is true devotion)✌ moral stories for childrens in hindi written एक गाँव में एक बूढ़ी माई रहती थी । माई का आगे – पीछे कोई नहीं था इसलिए बूढ़ी माई बिचारी अकेली रहती थी । एक दिन उस गाँव में एक संत आए । बूढ़ी माई ने महात्मा जी का बहुत ही प्रेम पूर्वक आदर सत्कार किया । जब महात्मा जी जाने लगे तो बूढ़ी माई ने कहा – “ महात्मा जी ! आप तो ईश्वर के परम भक्त है । कृपा करके मुझे ऐसा आशीर्वाद दीजिये जिससे मेरा अकेलापन दूर हो जाये । अकेले रह – रह करके उब चुकी हूँ ” तब उन महात्मा ने मुस्कुराते हुए अपनी झोली में से बाल – गोपाल की एक मूर्ति निकाली और बुढ़िया माई को देते हुए कहा – “ माई ये लो आपका बालक है, इसका अपने बच्चे की तरह प्रेम पूर्वक लालन-पालन करती रहना। बुढ़िया माई बड़े लाड़-प्यार से ठाकुर जी का लालन-पालन करने लगी। महात्मा ने मुस्कुराते हुए अपनी झोली में से बाल – गोपाल की एक मूर्ति निकाली और बुढ़िया माई को देते हुए कहा – “ माई ये लो आपका बालक है एक दिन गाँव के कुछ शरारती बच्चों ने देखा कि माई मूर्ती को अपने बच्चे की तरह लाड़ कर रही है । नटखट बच्चो को माई से...

KAHANI FOR CHILD IN HINDI :: LAKSHMI'S FOOT PRINT

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*👣 लक्ष्मी के पैर 👣* kahani for child in hindi रात बजे का समय रहा होगा, एक लड़का एक जूतों की दुकान में आता है. गांव का रहने वाला था पर तेज था ,उसका बोलने का लहज़ा गाव वालो की तरह का था, पर बहुत ठहरा हुआ लग रहा था. लगभग 22 वर्ष का रहा होगा। दुकानदार की पहली नज़र पैरों पर ही जाती है. उसके पैर में लेदर के शूज थे,सही से पाॅलीश किये हुये थे। दुकानदार - क्या सेवा करू ? लड़का - मेरी माँ के लिये चप्पल चाहिये,किंतु टिकाऊ होनी चाहिये दुकानदार - वे आई है क्या ?उनके पैर का नाप ?" लड़के ने अपना बटुआ बाहर निकाला, उसको चार बार फोल्ड किया एक कागज़ पर पेन से आऊटलाईन बनाई दोनों पैर की। माँ मेरी मजदूर है, काँटे झाड़ी में भी जानवरो जैसे मेहनत करकर के मुझे पढ़ाया, पढ़कर,अब नोकरी लगी। आज पहली तनख़्वाह मिली दिवाली पर घर जा रहा हूं, तो सोचा माँ के लिए क्या ले जाऊ? दुकादार - अरे मुझे तो नाप के लिये नम्बर चाहिये था। वह लड़का ऐसा बोला मानो कोई बाँध फूट गया हो "क्या नाप बताऊ साहब? मेरी माँ की जिंदगी बीत गई, पैरों में कभी चप्पलच नही पहनी, माँ मेरी मजदूर है, काँटे झाड़ी में भी जानवरो जैसे मेहनत करकर के मुझे पढ़ाया, ...

HINDI BEDTIME STORIES FOR BABIES :: DO NOT DEPEND ON OTHERS

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* दूसरों पर निर्भर ना रहें (Do not depend on others) * hindi bedtime stories for babies एक चिड़िया ने एक खेत में खड़ी फसल के बीच घोंसला बना कर अंडे दिए। उनसे समय आने पर दो बच्चे निकले। चिड़िया दाना चुगने के लिए रोज जंगल जाती। इस बीच उसके बच्चे अकेले रहते थे। चिड़िया लौटती तो बच्चे बहुत खुश होते और उसका लाया चुग्गा खाते। एक दिन चिड़िया ने देखा बच्चे बहुत डरे हुए हैं। उन्होंने बताया- 'आज खेत का मालिक आया था। वह कह रहा था कि फसल पक चुकी है। कल बेटों से खेत की कटाई के लिए कहेगा। इस तरह तो हमारा घोंसला टूट जाएगा फिर हम कहां रहेंगे?' चिड़िया बोली- 'फिक्र मत करो, अभी खेत नहीं कटेगा।' अगले दिन सच में कुछ नहीं हुआ और बच्चे बेफिक्र हो गए। एक हफ्ते बाद चिड़िया को बच्चे फिर डरे हुए मिले। बोले- 'किसान आज भी आया था। कह रहा था कि कल नौकर को खेत काटने को कहेगा।' इस बार भी चिड़िया ने बच्चों से कहा- 'कुछ नहीं होगा, डरो मत।' अगले हफ्ते बच्चों ने बताया कि किसान आज फिर आया था और कह रहा था कि फसल की कटाई में बहुत देर हो गई है। कल वह खुद ही काटेगा। यह सुनकर चिड़िया बच्चों से ब...

BABY STORY HINDI MEIN :: AN INSPIRING AND INSTRUCTIVE STORY

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* एक प्रेरणात्मक और शिक्षाप्रद कहानी (An inspiring and instructive story) * baby story hindi mein एक गांव में एक किसान रहता था। वह रोज सुबह झरनों से साफ पानी लाने के लिए दो बड़े घड़े ले जाता था, जिन्हें वह डंडे में बांधकर अपने कंधे पर दोनों ओर लटका लेता था। उनमें से एक घड़ा कहीं से फूटा हुआ था, और दूसरा एकदम सही था। इस तरह रोज घर पहुंचते-पहुंचते किसान के पास डेढ़ घड़ा पानी ही बच पाता था। सही घड़े को इस बात का घमंड था कि वो पूरा का पूरा पानी घर पहुंचाता है और उसके अन्दर कोई कमी नहीं है। दूसरी तरफ फूटा घड़ा इस बात से शर्मिंदा रहता था कि वो आधा पानी ही घर तक पहुंचा पाता है और किसान की मेहनत बेकार जाती है। फूटा घड़ा ये सब सोचकर बहुत परेशान रहने लगा और एक दिन उससे रहा नहीं गया। उसने किसान से कहा, 'मैं खुद पर शर्मिंदा हूं और आपसे माफी मांगना चाहता हूं।' किसान ने पूछा, 'क्यों? तुम किस बात से शर्मिंदा हो?' फूटा घड़ा बोला, 'शायद आप नहीं जानते पर मैं एक जगह से फूटा हुआ हूं, और पिछले दो सालों से मुझे जितना पानी घर पहुंचाना चाहिए था, बस उसका आधा ही पहुंचा पाया हूं। मेरे अंदर ये बहुत बड़ी...

STORIES FOR TODDLERS IN HINDI :: GREATEST LESSON OF LIFE

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* जीवन की सबसे बड़ी सिख (Greatest lesson of life)... * stories for toddlers in hindi एक समय की बात है, एक जंगल में सेब का एक बड़ा पेड़ था। एक बच्चा रोज उस पेड़ पर खेलने आया करता था। वह कभी पेड़ की डाली से लटकता, कभी फल तोड़ता, कभी उछल कूद करता था, सेब का पेड़ भी उस बच्चे से काफ़ी खुश रहता था। कई साल इस तरह बीत गये। अचानक एक दिन बच्चा कहीं चला गया और फिर लौट के नहीं आया, पेड़ ने उसका काफ़ी इंतज़ार किया पर वह नहीं आया। अब तो पेड़ उदास हो गया था। काफ़ी साल बाद वह बच्चा फिर से पेड़के पास आया पर वह अब कुछ बड़ा हो गया था। पेड़ उसे देखकर काफ़ी खुश हुआ और उसे अपने साथ खेलने के लिए कहा। मेरी शाखाएँ बहुत मजबूत हैं तुम इन्हें काट कर ले जाओ और अपना घर बना लो। पर बच्चा उदास होते हुए बोला कि अब वह बड़ा हो गया है अब वह उसके साथ नहीं खेल सकता। बच्चा बोला की, “ अब मुझे खिलोने से खेलना अच्छा लगता है, पर मेरे पास खिलोने खरीदने के लिए पैसे नहीं है।” पेड़ बोला, “उदास ना हो तुम मेरे फल (सेब) तोड़ लो और उन्हें बेच कर खिलोने खरीद लो। बच्चा खुशी खुशी फल (सेब) तोड़के ले गया लेकिन वह फिर बहुत दिनों तक वापस नहीं ...

SHORT STORIES FOR CHILDREN IN HINDI :: NEITHER MAYA NOR RAM

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*💐न माया मिली न राम! (Neither Maya nor Ram) 💐 * short stories for children in hindi किसी गाँव में दो दोस्त रहते थे. एक का नाम हीरा था और दूसरे का मोती. दोनों में गहरी दोस्ती थी और वे बचपन से ही खेलना-कूदना, पढना-लिखना हर काम साथ करते आ रहे थे. जब वे बड़े हुए तो उनपर काम-धंधा ढूँढने का दबाव आने लगा. लोग ताने मारने लगे कि दोनों निठल्ले हैं और एक पैसा भी नही कमाते. एक दिन दोनों ने विचार-विमर्श कर के शहर की ओर जाने का फैसला किया. अपने घर से रास्ते का खाना पीना ले कर दोनों भोर होते ही शहर की ओर चल पड़े. शहर का रास्ता एक घने जंगल से हो कर गुजरता था. दोनों एक साथ अपनी मंजिल की ओर चले जा रहे थे. रास्ता लम्बा था सो उन्होंने एक पेड़ के नीचे विश्राम करने का फैसला किया. दोनों दोस्त विश्राम करने बैठे ही थे की इतने में एक साधु वहां पर भागता हुआ आया. साधु तेजी से हांफ रहा था और बेहद डरा हुआ था. मोती ने साधु से उसके डरने का कारण पूछा. साधु ने बताय कि- आगे के रास्ते में एक डायन है और उसे हरा कर आगे बढ़ना बहुत मुश्किल है, मेरी मानो तुम दोनों यहीं से वापस लौट जाओ. इतना कह कर साधु अपने रास्ते को लौट गया. ही...

SMALL CHILDREN STORY IN HINDI :: WEALTH AND SUCCESS ARE BEHIND LOVE

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*⛲️ प्रेम के पीछे है धन और सफलता (Wealth and success are behind love) ⛲️* small children story in hindi एक औरत ने तीन संतों को घर के सामने देखा और उन्हें भोजन के लिए आमंत्रित किया। संत बोले, 'हम सब किसी भी घर में एक साथ नहीं जाते। मेरा नाम 'धन' है। इन दोनों के नाम 'सफलता' और 'प्रेम' हैं। हममें से कोई एक ही भीतर आ सकता है। आप घर के अन्य सदस्यों से मिलकर तय कर लें कि भीतर किसे निमंत्रित करना है।' औरत ने भीतर जाकर अपने पति को यह सब बात बताई। पति प्रसन्न होकर बोला, 'यदि ऐसा है तो हमें धन को आमंत्रित करना चाहिए।' औरत बोली, 'मुझे लगता है कि हमें सफलता को आमंत्रित करना चाहिए।' उनकी बेटी दूसरे कमरे से यह सब सुन रही थी। वह उनके पास आई और बोली, 'हमें प्रेम को आमंत्रित करना चाहिए। प्रेम से बढ़कर कुछ भी नहीं है।' औरत घर के बाहर गई और उसने संतों से पूछा 'आपमें से जिनका नाम प्रेम है वे कृपया घर में प्रवेश कर भोजन ग्रहण करें।' प्रेम घर की ओर बढ़ चले। बाकी के दो संत भी उनके पीछे चलने लगे। औरत ने दोनों से पूछा, 'मैंने तो केवल प्रेम को आ...

MORAL STORIES FOR CHILDRENS IN HINDI :: FIVE MINUTES

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" 🕐 पांच मिनट (Five minutes) 🕐 " moral stories for childrens in hindi एक व्यक्ति को रस्ते में यमराज मिल गये वो व्यक्ति उन्हें पहचान नहीं सका। यमराज ने पीने के लिए व्यक्ति से पानी माँगा, बिना एक क्षण गवाए उसने पानी पिला दिया। पानी पीने के बाद यमराज ने बताया कि वो उसके प्राण लेने आये हैं लेकिन चूँकि तुमने मेरी प्यास बुझाई है इसलिए मैं तुम्हें अपनी किस्मत बदलने का एक मौका देता हूँ | यह कहकर यमराज ने एक डायरी देकर उस आदमी से कहा कि तुम्हारे पास 5 मिनट का समय है | इसमें तुम जो भी लिखोगे वही हो जाएगा लेकिन ध्यान रहे केवल 5 मिनट | उस व्यक्ति ने डायरी खोलकर देखा तो उसने देखा कि पहले पेज पर लिखा था कि उसके पड़ोसी की लॉटरी निकलने वाली है और वह करोड़पति बनने वाला है | उसने वहां लिख दिया कि उसके पड़ोसी की लॉटरी न निकले | यमराज ने एक डायरी देकर उस आदमी से कहा कि तुम्हारे पास 5 मिनट का समय है | इसमें तुम जो भी लिखोगे वही हो जाएगा लेकिन ध्यान रहे केवल 5 मिनट | अगले पेज पर लिखा था कि उसका एक दोस्त चुनाव जीतकर मंत्री बनने वाला है, तो उसने लिख दिया कि उसका दोस्त चुनाव हार जाए | इस तरह, वह पेज प...

VERY SHORT STORIES FOR KIDS IN HINDI :: RESOLVE POWER

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*⛲️ सकल्प शक्ति (Resolve power) ⛲️* very short stories for kids in hindi एक बार गौतम बुद्ध अपने शिष्यों के साथ किसी पहाड़ी इलाके में ठहरे थे। शाम के समय वह अपने एक शिष्य के साथ भ्रमण के लिए निकले। दोनों प्रकृति के मोहक दृश्य का आनंद ले रहे थे। विशाल और मजबूत चट्टानों को देख शिष्य के भीतर उत्सुकता जागी। उसने पूछा- 'इन चट्टानों पर तो किसी का शासन नहीं होगा, क्योंकि ये अटल, अविचल और कठोर हैं।' शिष्य की बात सुनकर बुद्ध बोले- 'नहीं, इन शक्तिशाली चट्टानों पर भी किसी का शासन चलता है। लोहे के प्रहार से इन चट्टानों के टुकड़े-टुकड़े हो जाते हैं।' इस पर शिष्य बोला- 'तब तो लोहा सर्वशक्तिशाली हुआ।' बुद्ध मुस्कुराए और बोले- 'नहीं, अग्नि अपने ताप से लोहे का रूप परिवर्तित कर सकती है।' उन्हें धैर्यपूर्वक सुन रहे शिष्य ने कहा- 'मतलब, अग्नि सबसे ज्यादा शक्तिवान है।' 'नहीं। अग्नि की उष्णता को जल शीतलता में बदल देता है तथा अग्नि को शांत कर देता है।' शिष्य ने फिर प्रश्न किया- 'आखिर जल पर किसका शासन है?' बुद्ध ने उत्तर दिया- 'वायु का वेग जल की दिशा भी...

NEW STORIES FOR KIDS IN HINDI :: IMPORTANCE OF CONFLICT

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!! * संघर्ष का महत्व (Importance of conflict) * !! new stories for kids in hindi किसी गांव में एक किसान रहता था । एक बार उसकी फसल बाढ़ आ जाने से खराब हो गई। उसने दूसरी फसल बोई, अबकी बार पानी ही नहीं आया। लगातार दो फसलें खराब हो जाने से वह भगवान से बड़ा नाराज हो गया और भला-बुरा कहने लगा। उसकी बातें सुनकर भगवान प्रकट हुए। भगवान ने किसान से वरदान मांगने को कहा। किसान ने कहा कि- सिर्फ एक साल मुझे मौका दीजिए, जैसा मौसम मैं चाहूं, वैसा हो जाए। फिर आप देखना मैं कैसे अन्न के भंडार भर दूंगा। भगवान ने उसे ये वरदान दे दिया। लगातार दो फसलें खराब हो जाने से वह भगवान से बड़ा नाराज हो गया और भला-बुरा कहने लगा। उसकी बातें सुनकर भगवान प्रकट हुए। भगवान ने किसान से वरदान मांगने को कहा। किसान ने गेहूं की फ़सल बोई। उसने जैसा मौसम चाहा, उसे मिला। समय के साथ फसल बढ़ी और किसान की ख़ुशी भी। क्योंकि ऐसी फसल तो पहले कभी नहीं नहीं हुई थी। किसान ने सोचा अब पता चलेगा भगवान को, कि फसल कैसे करते हैं, बेकार ही इतने साल हम किसानों को परेशान करते रहे। फसल काटने का समय भी आया, किसान बड़े गर्व से खेत में गया, लेकिन जैसे ही ...

HINDI STORY FOR CHILDREN :: कर्म फल

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*💐 कर्म फल (Karm phal)*💐 hindi story for children एक बार शंकर पार्वती भ्रमण पर निकले । रास्ते में उन्होंने देखा कि एक तालाब में कई बच्चे तैर रहे थे, लेकिन एक बच्चा उदास मुद्रा में बैठा था। पार्वती जी ने शंकर जी से पूछा, यह बच्चा उदास क्यों है ? शंकर जी ने कहा, बच्चे को ध्यान से देखो। पार्वती जी ने देखा, बच्चे के दोनों हाथ नही थे , जिस कारण वो तैर नही पा रहा था। पार्वती जी ने शंकर जी से कहा कि आप शक्ति से इस बच्चे को हाथ दे दो ताकि वो भी तैर सके। शंकर जी ने कहा, हम किसी के पार्ट में हस्तक्षेप नही कर सकते हैं क्योंकि हर आत्मा अपने कर्मो के फल द्वारा ही अपना पार्ट अदा करती है। पार्वती ने बार बार विनती की। आखिरकर शंकर जी ने उसे हाथ दे दिए। वह बच्चा भी पानी में तैरने लगा। एक सप्ताह बाद शंकर पार्वती फिर वहाँ से गुज़रे। इस बार मामला उल्टा था, सिर्फ वही बच्चा तैर रहा था और बाकी सब बच्चे बाहर थे। पार्वती जी ने पूछा यह क्या है ? शंकर जी ने कहा, ध्यान से देखो। देखा तो वह बच्चा दूसरे बच्चों को पानी में डुबो रहा था इसलिए सब बच्चे भाग रहे थे। शंकर जी ने जवाब दिया : हर व्यक्ति अपने कर्मो के अनुसार फ...